K.A.(PG)College, Kasganj

campus

कोठीवाल आढ़तिया महाविद्यालय, कासगंज की स्थापना सन् 1963 में श्री गणेश डिग्री कालेज के नाम से क्षेत्र के प्रबुद्ध नागरिकों तथा कोठीवाल आढ़तिया कमेटी, कासगंज के उल्लेखनीय योगदान से हुई। मात्र 65 छात्र-छात्राओं एवं 6 विषयों में स्नातक स्तर की उच्चशिक्षा से प्रारम्भ यर अविद्यालय 1969 में अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर कक्षाएँ प्रारम्भ करके एटा एवं कासगंज जनपद का सर्वप्रथम स्नातकोत्तर महाविद्यालय बना। यहाँ सन् 1972 में हिन्दी व समाजशास्त्र, तत्पश्चात्

1979 में भूगोल व 1985 में अंग्रेजी में स्नातकोत्तर कक्षाएँ प्रारम्भ हुई। वाणिज्य शिक्षण के अभाव की पूर्ति हेतु इस महाविद्यालय में सन् 1982 में वाणिज्य संकाय की स्थापना हुई। 1989 में कम्प्यूटर विज्ञान विभाग की स्थापना के साथ महाविद्यालय ने आधुनिकतम वैज्ञानिक शिक्षणयुग में प्रवेश किया। क्षेत्रीय युवा पीढ़ी को विज्ञान की उच्चशिक्षा उपलब्ध कराने के लिए महाविद्यालय में सन् 1992 में विज्ञान संकाय (बी.एस-सी.) की कक्षायें तथा सन् 2018 में एम.एस-सी. (रसायन विज्ञान व गणित) की कक्षायें तथा सन् 2019 में वाणिज्य संकाय में एम.

कॉम. तीनों ग्रुप में कक्षायें प्रारम्भ हुई।

संस्था का ध्येय वाक्य - 'सा विद्या या विमुक्तये' है। इसी सूत्र को दृष्टि में रखकर शिक्षाविद् आचार्यों ने इसे पूर्ण बनाने के लिए ज्ञानार्जन को आत्मा की मुक्त्यवाध्या हेतु वरीयता देते हुए, आत्मानुशासन तथा विनम्रता का पाठ पढ़ाया है। रचनात्मक सुविधाओं की दृष्टि से महाविद्यालय परिसर नगर के कोलाहल पूर्ण वातावरण से दूर कासगंज से अमांपुर

जाने वाले कपूरचन्द जेन मार्ग के दाहिनी ओर सुरम्य शस्यश्यामला भूमि पर अवस्थित है। कॉलेज में विशाल अध्ययनकक्ष, पृथक् प्रशासकीय भवन, आधुनिकतम उपकरणों से सुसज्जित प्रयोगशालाएँ, श्री हरिशंकर सक्सेना पुस्तकालय, विशाल वाचनालय एवं श्री विश्वम्भर दयाल विंदल सभागार तथा छात्र-छात्राओं के लिये पृथक् पृथक् दो मल्टीजिमों से सुसज्जित चिन्मय "व्यायामशाला तथा दो क्रीड़ाप्रांगण, आधुनिक विज्ञान एवं भूगोल लेबै, निजी नलकूप, जेनेरेटर व आर.ओ. का जल इत्यादि की समुचित सुविधायें उपलब्ध है। वर्ष 1997 में श्री विनय कुमार जैन, मंत्री, प्रवन्धकारिणी समिति के सतत् प्रयों से एकेडमी ऑफ वोकेशनल स्टडीज की स्थापना हो चुकी है, जिसका पृथक् विशाल भवन समस्त उपकरणों से युक्त है। कला, वाणिज्य तथा विज्ञान संकायों में यहाँ स्नातक तथा स्नातकोत्तर अध्ययन हेतु प्रयोगात्मक व शोधपरक रामी साधन सामग्री उपलब्ध है। रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में 'पी.जी. डिप्लोमा इन कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग' त्रिवषीय व बी.एस-सी. वोकेशनल इन कम्प्यूटर एप्लीकेशन एवं बी.एस-सी. वोकेशनल इन बायोटेक्नोलोजी' की कक्षाएँ संचालित हो रही है।
इस प्रकार यह महाविद्यालय क्षेत्रीय जनता की आवश्यकता की पूर्ति हेतु अनेक उपयोगी पाठ्यक्रम चलाकर उच्चशिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। महाविद्यालय की प्रबन्धकारिणी समिति की उत्कृष्ट प्रतिभा एवं सक्रिय सहयोग तथा कुशल मार्गदर्शन में यह महाविद्यालय उत्तरोत्तर विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। प्रबंधकारिणी समिति के यशस्वी मंत्री श्री विनय कुमार जी जैन के 'मंत्री' के रूप में 25 वें वर्ष में प्रवेश करने पर उनके कार्यकाल के 'रजत जयन्ती "वर्ष' में महाविद्यालय के चहुँमुखी विकास के लिए हम सब कृत संकल्पित है तथा अपने विद्यार्थी समुदाय के कल्याण एवं शैक्षिक उत्थान हेतु सतत जागरूक एवं कटिबद्ध हैं।